बंदर गया खेत में भाग
बंदर गया खेत में भाग, चुट्टर-मुट्टर तोड़ा साग।
आग जलाकर चट्टर-मट्टर, साग पकाया खद्दर-बद्दर।
शब्दार्थ : चुट्ट र-मु ट्टर-लकड़ी की आग जलने पर होने वाली चट-चट की ध्वनि। खद्दर-बद्दर-साग-सब्ज़ी को उबालने पर होनेवाली आवाज़।
व्याख्याः एक बंदर एक खेत में भागकर गया। उसने खेत में साग तोड़े। उसने लकड़ी से आग जलाई तथा खूब अच्छी तरह से साग पकाया।
सापड़-सूपड़ खाया खूब, पोंछा मुँह उखाड़कर दूब।
चलनी बिछा, ओढ़कर सूप, डटकर सोए बंदर भूप।
शब्दार्थ: दूब-एक प्रकार की घास। भूप-राजा।
व्याख्या: बंदर ने साग को खूब मजे से खाया। फिर उसने दूब उखाड़कर अपना मुँह पोंछा। उसके बाद बंदर राजा चलनी बिछाकर सूप ओढ़कर डटकर सो गए।
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