चार चने
पैसा पास होता तो चार चने लाते, चार में से एक चना तोते को खिलाते।
तोते को खिलाते तो टाँय-टाँय गाता, टाँय-टाँय गाता तो बड़ा मज़ा आता।
व्याख्या: इन पंक्तियों में कवि कहता है कि यदि उसके पास पैसे होते तो वह चार चने लाता। चार में से एक चना वह अपने तोते को खिलाता। चना खाते ही तोता टाँय-टाँय गाने लगता और उन्हें बड़ा मज़ा आता।
पैसा पास होता तो चार चने लाते, चार में से एक चना घोड़े को खिलाते।
घोड़े को खिलाते तो पीठ पर बिठाता, पीठ पर बिठाता तो बड़ा मज़ा आता।
व्याख्या: उपर्युक्त पंक्तियों में कवि कहता है कि यदि उसके पास पैसे होते तो वह चार चने लाता। उन चार चनों में से एक चना वह अपने घोड़े को खिलाता। जब घोड़ा चना खाता तो उसे पीठ पर बैठाता और उसे बड़ा मज़ा आता।
पैसा पास होता तो चार चने लाते, चार में से एक चना चूहे को खिलाते।
चूहे को खिलाते तो दाँत टूट जाता, दाँत टूट जाता तो बड़ा मज़ा आता।
व्याख्या: प्रस्तुत पंक्तियों में कवि कहता है कि उसके पास यदि पैसे होते तो वह चार चने लाता। चार में से एक चना वह चूहे को खिलाता। चूहा चना खाता तो उसके दाँत टूट जाते। इससे कवि को बहुत मज़ा आता।
Question